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Param Pujya Shri Sudhanshuji Maharaj

Monday, 13 July 2015

4460 – param pujya sudhanshuji maharaj, dehradun … एक दिन फूल और कांटे में बहस छिड़ गई। कांटे ने कहा – तुम अपनी कोमलता और सुगंध के कारण शीघ्र ही डाल से अलग हो जाते हो। मैं अपनी कठोरता के कारण सदैव डाल के साथ रहता हूँ । फूल ने कहा – जीवन जीना एक कला है और इस कला में वही सफल ....

Param Pujya Shri Sudhanshu ji Maharaj ke amrit vachan (Good Thoughts )


        परम पूज्य श्री सुधांशु जी महाराज के अमृत वचन (Good Thoughts)

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