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Param Pujya Shri Sudhanshuji Maharaj

Saturday, 4 July 2015

4433 – param pujya sudhanshuji maharaj, dehradun … आनंद का स्रोत तुम्हारे भीतर है फिर क्यों तुम निराशा के मरुस्थल में झुलसते हो नाना प्रकार के दुःखों में जीते हो तुम नदिया की उस धारा जैसे हो जिसे बस बहते जाना है, बहते जाना है सागर से मिलने के लिए । तुम्हारा सागर परमात्मा है उसे अपने भीतर खोजने का .....

Param Pujya Shri Sudhanshu ji Maharaj ke amrit vachan (Good Thoughts )



           हमारे गुरूभाई श्री किशोर कत्याल जी के सहयोग के लिए हार्दिक धन्यवाद । 

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