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Param Pujya Shri Sudhanshuji Maharaj

Wednesday, 8 August 2012

797 - param pujya sudhanshu ji maharaj,dehradun..कर्म नियत एवं मर्यादित होकर करना । कर्मों में कभी उलझ नहीं जाना । कर्म से कर्म के बंधन में नहीं आना । पांव में लगे कांटे को कांटे से निकालिए । फिर दोनों ही कांटों को उठाकर फेंक दीजिए । कर्म से कर्म को काटते .....


                   Param Pujya Shri Sudhanshu ji Maharaj ke amrit vachan (Good Thoughts )

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