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Param Pujya Shri Sudhanshuji Maharaj

Monday, 22 June 2015

4399 – param pujya sudhanshuji maharaj, dehradun … धर्म की परिभाषा है ‘आत्मनः प्रतिकूलानि परेषां न समाचरेत’ अर्थात अपनी आत्मा के विपरीत किसी के साथ व्यवहार मत करो। इसलिए दया को धर्म कहा है, सेवा को धर्म कहा है, क्षमा को धर्म कहा है ....

Param Pujya Shri Sudhanshu ji Maharaj ke amrit vachan (Good Thoughts )


         हमारे गुरूभाई श्री किशोर कत्याल जी के सहयोग के लिए हार्दिक धन्यवाद । 

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