Pages


Param Pujya Shri Sudhanshuji Maharaj

Wednesday, 9 April 2014

2970 – param pujya sudhanshuji maharaj, dehradun…दुष्टों की मित्रता स्थिर नहीं होती । वे एक मिनट में प्यार करते हैं और दूसरे मिनट तकरार करते हैं । सुबह की छाया दुष्टों की मित्रता जैसी है, जो घटती जाती है और दोपहर के बाद की छाया सज्जनों की तरह …

                   Param Pujya Shri Sudhanshu ji Maharaj ke amrit vachan (Good Thoughts )


      परम पूज्य श्री सुधांशु जी महाराज के अमृत वचन (Good Thoughts)

No comments:

Post a Comment

google-site-verification: google88b1f93690ff53d2.html